महागठबंधन की सरकार बनी
वादे हुए अपार
गुंडागर्दी कम होगी
मिटेंगे सब अत्याचार
जीवन में ख़ुशहाली होगी
उज्जवलता का प्रकाश होगा I



पर बाढ़ पर बोले लालू जी
गंगा मैया घर तक आयी II
और किसी का कहना था
की मोदी जी नाराज़ किये गंगा मैया को
देख इन्हें हँसे नर नारी II
सत्ता में किन लोगों को हमने भेजा है
खुशहाली होती गर रहते सत्ता बिन
किसी की राजनीति के शिकार न होते II
खाते पीते अपनी मर्जी का
रूखी सुखी भी खाकर रह लेते
पर कही झौली न फैलाते
अपना कपड़ा अपना मकान होता
पर हम ना सोते खाली पेट II
वोट के लिए ये हमें समझते गदहा
जब चाहे उस तरफ मोड़ते
ना जाने क्यों होते गुलाम हम
क्या चंद बोतलों में हम बिक जाते
इन सत्ता के दलालों से
चंद कौड़ी की औकात नहीं है
भागे भागे फिरते घर घर
चुनावों के दिन पास आने पर II
ना जाने कब कहाँ पर
ये कुछ कर जायें
बेच दे ये मुल्क को
मुल्क को खोखला कर देते ये
अपनी आपस की लड़ाई से
आरोपों प्रत्यारोंपो में
बनते इनके काम सारे
जीवनभर ये खून चूसते
सत्ता की गद्दी पाने से II

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