आज तो हिम्मत करके इज़हार प्यार का कीजिए
फिर न मौक़ा ऐसा मिलेगा, प्रेममुदित मन कीजिए I
जीवन कि सारी पीड़ा, पलभर में ही कट जाएगी
मंजिले तो खुद-ब-खुद तुम्हारे आँचल में आ जाएगी,
बोलकर अपने मन की बातें, प्रेममय जीवन कीजिए II
दिल की बातें दिल में छुपाकर दर्द ही मिलेगा
नजरों की बातें हम भी समझतें, नजरो से ही कुछ बोलिए
दिल-ए-दर्द का पैगाम, प्रेमपत्र में ही लिख भेजिए II
आज तो हिम्मत करके इज़हार प्यार का कीजिए
फिर न मौक़ा ऐसा मिलेगा, प्रेममुदित मन कीजिए I
फिर न मौक़ा ऐसा मिलेगा, प्रेममुदित मन कीजिए I
जीवन कि सारी पीड़ा, पलभर में ही कट जाएगी
मंजिले तो खुद-ब-खुद तुम्हारे आँचल में आ जाएगी,
बोलकर अपने मन की बातें, प्रेममय जीवन कीजिए II
दिल की बातें दिल में छुपाकर दर्द ही मिलेगा
नजरों की बातें हम भी समझतें, नजरो से ही कुछ बोलिए
दिल-ए-दर्द का पैगाम, प्रेमपत्र में ही लिख भेजिए II
आज तो हिम्मत करके इज़हार प्यार का कीजिए
फिर न मौक़ा ऐसा मिलेगा, प्रेममुदित मन कीजिए I
Post a Comment