जीवन की नईया डगमग डोले आगे कौन खैवइया प्रभुजी
आगे कौन खैवइया II
सुनी है बग़िया प्रभु मुरली बिन
मुरली मधुर सुनाओ प्रभुजी, आगे कौन खैवइया I

सुखधाम है प्रभुजी नाम आपका
होता है प्रभुजी नाश पाप का
करो प्रभु उद्धार, प्रभुजी आगे कौन खैवइया I

पूरब पश्चिम उत्तर दक्छिन
आप हो प्रभु जी कण कण में
हो सकल गुड़ धाम प्रभुजी आगे कौन खैवइया II

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