बदल गए है दिन
बदल गए है साल
ना जाने तुम कैसी होगी ।

अधरों पर मुस्कान लिए या
चिंताओं से ग्रसित होगी
ना जाने तुम कैसी होगी ।

याद भी तुमको आती होगी मेरी या
तुम भी पल पल छीन छीन
बदलती दुनिया में
कितना बदल गयी होगी,
ना जाने तुम कितना बदल गयी होगी ।

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