चॉकलेट सी मीठी मीठी लगती है बात तुम्हारी
क्यों तुम इतनी मीठी मीठी क्या तुम हो प्रेम मतवाली
चॉकलेट सी मीठी मीठी लगती है बात तुम्हारी II

प्रेम के वशीभूत होकर
नैनों को मटकाती हो
जिसपर तुम कृपया क्र देती
उसका हर क्षण तुम्हारे प्रति प्रेमातुर हो जाता
चॉकलेट सी मीठी मीठी लगती है बात तुम्हारी II

तुम मृदुला मेरे हृदय कि
तुम ही मेरी जीवन कि दृष्टादृष्ट
तुम यूँही मेरे मन को अपनी प्यारी मुस्कान से हर्षाति हो
चॉकलेट सी मीठी मीठी लगती है बात तुम्हारी II 

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