मौसम-ए-बारिश का मज़ा हुज़ूर लीजिए 
पकौड़ी के साथ चटनी का भी लुफ़्त लीजिए ।।

रहेगी भागा दौड़ी जिंदगी में रोज़,
कुछ पल रुककर हँसी की कुछ बात कीजिए ।।

जाए ना जिंदगी बीत कहीं पैसे कमाने में,
पल पल मज़े के भी कुछ नाम कीजिए ।।

जाएगी जिंदगी भी मज़े से बीत,
इस मौसम-ए-बारिश का मज़ा हुज़ूर लीजिए ।।




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