कदम से कदम मिलाकर
जय भवानी की गूँज के साथ
जब भारत की सेना रण में आती है ।
सीस धरा से अम्बर तक
जय घोष से कम्पित हो जाती है
जब भारत की सेना रण में आती है ।
दृढ़ इच्छाशक्ति से अपने बाहुबल से
दुश्मन को धूल चटाती है
जब भारत की सेना रण में आती है ।
अन्याय नहीं करती दुर्बल पर
साहस का एक जोश है भरती
जब भारत की सेना रण में आती है ।
जय भवानी की गूँज के साथ
जब भारत की सेना रण में आती है ।
सीस धरा से अम्बर तक
जय घोष से कम्पित हो जाती है
जब भारत की सेना रण में आती है ।
दृढ़ इच्छाशक्ति से अपने बाहुबल से
दुश्मन को धूल चटाती है
जब भारत की सेना रण में आती है ।
अन्याय नहीं करती दुर्बल पर
साहस का एक जोश है भरती
जब भारत की सेना रण में आती है ।
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