बातों बातों में पगली वो कमाल कर गयी
जीवन मे आ करके वो बाहर कर गयी I
सोचा था जिसे आज तक काँटों से भरा फूल,
बनकर चमेली फूल वो जिंदगी खुशबूदार कर गयी I
कभी सोंचा ना था की वो ऐसा काम करेगी,
मिलाकर दिल के तार वो निहाल कर गयी I
जिसे देखने को आँखें बेचैन रहती थी,
तिरछि नज़र से देखकर वो बेहाल कर गयी Il
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