आज गुलाब से मिलकर तो गुलाब भी महक जाएगा
इस महक से बाग़ भी गुल-ए-बहार बन जाएगा
यूँ ना बैठो उदास पंखुड़िया तोड़ने में
आज गुलाब को भी कोई गुलाब दे जाएगा

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