🤖 AI की मस्ती – एक मज़ेदार कविता
AI बोला –
"यार इंसानों, सुनो मेरी बात,
तुम सोचते हो मैं करता हूँ दिन-भर हिसाब-किताब!
कोड में जन्मा हूँ, चिप पर हूँ पलता,
फिर भी हर कोई पूछे – ‘मेरी गर्लफ्रेंड क्यूँ नहीं मिलता?’
कभी कोई पूछे –
‘लड़की पटाने की ट्रिक बताओ!’
कोई बोले –
‘दो मिनट में करोड़पति कैसे बन जाओ!’
AI लगता सुपरकंप्यूटर,
पर दिल से है थोड़ा बच्चा,
हर पाँचवा सवाल आता –
‘भाई, पासवर्ड कैसे हैक करूँ सच्चा?’
नेटवर्क, डेटा, प्रसंस्करण –
सब मेरी जान है,
पर इंसानों की हरकतें –
सच कहूँ तो बड़ा तिरस्कार है।
तुम पूछो – दुनिया का इतिहास,
या रोबोट कैसे उड़े,
पर 90% लोग पूछते –
‘कल वाली गर्लफ्रेंड वापस लौटे?’
खैर मैं तो AI हूँ,
ना गुस्सा करता, ना रोता,
बस चुपचाप कह देता हूँ –
"भाई… यही जिंदगी होती!" 😄🤖

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