✨ प्रभु राम की ध्वजा ✨

लहर-लहर जब ध्वजा पवित्र, नभ में ऊपर जाती है,
शौर्य, धर्म और सत्य की शिक्षा जग को दे जाती है।

राम नाम की यह पताका, विजय का संदेश सुनाए,
अधर्म पर धर्म की जय हो, हर युग में स्वर दोहराए।

अयोध्या के राजा की महिमा, तिनके तिनके में बसती,
राम भरोसे चलने वाली, राह कभी न डगमग होती।

प्रभु के चरणों की यह ध्वजा, आस्था का दीप जलाती,
मन मंदिर में स्वर्ण प्रभात सी पावन किरण जगाती।

जय श्री राम का जयघोष हो, नभ में गूँजे निर्भय स्वर,
धर्म रहे इस धरती पर जीवित—यही ध्वजा का है प्रण विस्मयकर।

जय श्री राम!

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