गर्लफ्रेंड मेरी गुस्सा ऐसे करती है,
जैसे मंत्री संसद में बहस करती है।
कहती है—“तुम बदल गए हो आजकल”,
अरे बदल क्या… मोबाइल में आ गया नया अपडेट कल।
नाराज़ हो जाए तो लगे भूकंप सा झटका,
और “सॉरी” बोले तो हो जाए मौसम में मीठा झोंका।
पर सच कहूँ—उसकी मुस्कान की अदाओं का कमाल,
गुस्सा हो या प्यार—दोनों का ही है धमाल।
खाना कम खाए, पर ताने पूरे देती है,
और फिर कहती—“मैं तो बहुत प्यारी हूँ”… हाँ भई, वही लगती है!
गर्लफ्रेंड है तो नाटक तो चलता रहेगा,
पर जो हँसी वो देती है—वो कहीं और से नहीं मिलेगा।

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