“कुछ ख़ामोश एहसास”
कुछ एहसास शब्दों से नहीं,
निगाहों से कहे जाते हैं,
जो होंठों तक कभी आते नहीं,
वो सीधे दिल में उतर जाते हैं।
कभी बारिश की पहली बूँद बनकर,
यादों की छत पर गिर जाते हैं,
कभी अधूरी सी मुस्कान बनकर,
आँखों में ही ठहर जाते हैं।
तू पास हो या दूर कहीं,
तेरी कमी महसूस होती है,
हर धड़कन के साथ ये सच्चाई,
और गहरी, और खास होती है।
वक़्त सब बदल देता है कहते हैं,
पर कुछ लम्हे अमर होते हैं,
जो एक बार दिल को छू जाएँ,
वो उम्र भर हमसफ़र होते हैं।

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