मंगल बेला आई अद्भुत, शुभ से भरी पवन बहती, अयोध्या – मिथिला संग झूमे, हर दिशा सजे, हर आँख कहती। जनकपुरी में दीप जले थे, स्वर्ण किरण-सा सिंगा...Read More
गर्लफ्रेंड मेरी गुस्सा ऐसे करती है, जैसे मंत्री संसद में बहस करती है। कहती है—“तुम बदल गए हो आजकल”, अरे बदल क्या… मोबाइल में आ गया नया अपडे...Read More